लाभ
बीमा नियामक- विकास प्राधिकरण ( आईआरडीए) भारत में व्यवसाय करने वाली तमाम बीमा कंपनियों से अपेक्षा करता है कि वे अपने ग्राहकों के लिए अधिकारिक रूप से पालिसीयों के व्योरे दें. ये विवरण जीवन बीमा परिषद ( बीमा अधिनियम १९३८ के अनुच्छेद ६४ स (अ) के तहत गठित) की ओर से तय निवेश आय दर पर आधारित हैं और भारतीय जीवन बीमा निगम को हुए निवेश आय दर या भावी निवेश आय दर को प्रतिविंवित नहीं करते. जीवन बीमा परिषद ने २००४- ०५ के लिए दो निवेश आय दरें ामशह्न ६% और १०%वार्षिक तय की हैं.
उत्पाद समीक्षा:
यह आजीवन बीमा योजना है जो बीमित व्यक्ति के जीवन भर मृत्यु के .खिला.फ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है.
प्रीमियमें:
तालिका-२ और ५ के तहत आप इच्छानुसार वार्षिक, अर्द्धवाषिक, त्रैमासिक, मासिक या वेतन बचत योजना के अंतर्गत प्रीमियम भुगतान कर सकते हैं. तालिका-८ के तहत आप एकमुश्त एकल प्रीमियम अदा कर सकते हैं.
तालिका-२ के तहत ३५ साल तक या ८० साल की उम्र तक जो थी देर से आये, प्रीमियमें देय होती हैं. तालिका-५ के तहत एक नियत प्रीमियम भुगतान अवधि भर प्रीमियमें देय होती हैं.
प्रीमियम भुगतान उपर्युक्त नियत अवधियों भर या अवधि से पहले ही मृत्यु हो जाने पर मृत्यु तक करना होता है.
बोनस:
यह लाभ संलग्न योजना है जो निगम का जीवन बीमा व्यवसाय से होने वाली आय में भागीदारी करती है. इसे बोनसों की शक्ल में निगम के लाभ में हिस्सा मिलता है. हर वित्त वर्ष के अंत में हर साल प्रति हजार बीमित रकम पर उत्तरभोगी बोनसों की घोषणा की जाती है. घोषणा के बाद ये बोनस पालिसी के जमानती लाभ का हिस्सा बन जाते हैं. एक निश्चित न्यूनतम अवधि तक पालिसी जारी रखने पर एक अंतिम (अतिरिक्त) बोनस भी देय होता है.
मृत्यु लाभ:
बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर चाहे जब भी हो, निहित बोनसों के साथ बीमित र.कम देय होगी.
परिपक्वता लाभ:
यह आजीवन बीमा योजना है इसलिए इसकी कोई देय तिथि नहीं होती. बहरहाल, आप पालिसी लागू होने के ४० साल बाद कभी भी, बशर्ते कि ८० के हो गये हों, बीमित रकम और समस्त संचित बोनसों की रकम एक मुश्त ले सकते हैं.
पूरक/ अतिरिक्त लाभ:
ये वैकल्पिक लाभ हैं जो अतिरिक्त सुरक्षा/ विकल्प के रूप में आपकी मूल योजना में जोड़े जा सकते हैं. इन लाभों के लिए एक अतिरिक्त प्रीमियम भरनी होती है.
समर्पण मूल्य:
जीवन बीमा अनुबंध .खरीदना दीर्घ कालिक प्रतिबद्धता होती है. बहरहाल, अनुबंध के समय से पहले रद्द होने पर योजना के समर्पण मूल्य उपलब्ध हैं.
जमानती समर्पण मूल्य:
तीन साल या उससे अधिक अवधि तक जारी रखने के बाद पालिसी समर्पित की जा सकती है. पहले साल भरी गयी प्रीमियमों की र.कम को छोड़कर जमानती समर्पण मूल्य कुल भरी गयी पालिसियों का ३०%होता है. एकल प्रीमियम पालिसियों के मामले में जमानती समर्पण मूल्य एकल प्रीमियम का ९०% होता है.
समर्पण संबंधी निगम की नीत:
समर्पण संबंधी निगम की नीतह्न
व्यावहारिक रूप से निगम एक विशेष समपर्ण मूल्य देता है जो जमानती समर्पण मूल्य के बराबर था उससे अधिक होता है. समपर्ण पर देय मूल्य दावे की घटी हुई रकम होती है जो मृत्यु या भुगतान तिथि पर देय होती है. यह उस अवधि पर जिस दौरान प्रीमियमें भरी गयी हैं और समर्पण के समय पालिसी की अवधि पर निर्भर होता है. कुछ स्थितियों, मसलन् पालिसी के जल्दी बंद हो जाने पर देय समर्पण मूल्य भरी गयी प्रीमियमों की रकम से कम होती है.
निगम के समर्पण मूल्य की समय- समय पर समीक्षा की जायेगी और आर्थिक परिवेश, हमारे अनुभव और दूसरे कारकों के अधार पर बदल सकता है.
उत्तरजीविता लाभ:
पालिसी लागू होने के ४० साल बाद का होने पर, जो भी देर से आये, सभी बीमित रकम एकमुश्त देय होता है.
मृत्यु लाभ:
पालिसी धारक की मृत्यु पर उसके नामित व्यक्ति या उत्तराधिकारियों को समस्त संचित बोनसों और अंतिम बोनस समेत अगर मिला हो, बीमित रकम का भुगतान किया जाता है.
वैधानिक चेतावनी
'' कुछ लाभ जामानती होते है और कुछ परिवर्तनीय जो बीमा कर्ता कंपनी के भावी बीमा व्यापार पर आधारित होते हैं. अगर आपकी पालिसी जमानती लाभों की पेशकश करती है तो इस पृष्ठ पर दी गयी विवरण तालिका में उनके आगे स्पष्ट रुप से 'जमानती' लिखा होगा. अगर आपकी पालिसी परिवर्तनीय लाभों का प्रस्ताव करती है तो इस पृष्ठ पर दी गयी निदर्शन तालिका में दो अनुमानित भावी निवेश आय दी गयी होगी. ये अनुमानित भावी निवेश आय दी गयी होगी. ये अनुमानित आय दरें जमानती नहीं होतीं और न आप को मिलने वाली र.कम की ऊपरी या निचली सीमाएं ही है क्योंकि आपकी पालिसी का मूल्य भावी निवेश कारोबार समेत कई कारणें पर निर्भर होता है.''
विवरण-1
तालिका क्रमांक-2
पालिसी लेते समय उम्र: 35 साल
बीमित रकम: 1,00,000/- रुपये
प्रीमियम भुगतान अवधि: 45 वर्ष
प्रीमियम भुगतान का तरीका: वार्षिक
वार्षिक प्रीमियम: 2917/- रुपये
वर्ष का अंत |
वर्ष के अंत तक भरी गयी कुल प्रीमियमें |
वर्ष के अंत में देय मृत्यु/ परिपक्वता लाभ |
जमानती |
परिवर्तनीय |
कुल |
स्थिति-1 |
स्थिति-2 |
स्थिति-1 |
स्थिति-2 |
1 |
2917 |
100000 |
3900 |
10800 |
103900 |
110800 |
2 |
5834 |
100000 |
7800 |
21600 |
107800 |
121600 |
3 |
8751 |
100000 |
11700 |
32400 |
111700 |
132400 |
4 |
11668 |
100000 |
15600 |
43200 |
115600 |
143200 |
5 |
14585 |
100000 |
19500 |
54000 |
119500 |
154000 |
6 |
17502 |
100000 |
23400 |
64800 |
123400 |
164800 |
7 |
20419 |
100000 |
27300 |
75600 |
127300 |
175600 |
8 |
23336 |
100000 |
31200 |
86400 |
131200 |
186400 |
9 |
26253 |
100000 |
35100 |
97200 |
135100 |
197200 |
10 |
29170 |
100000 |
39000 |
108000 |
139000 |
208000 |
15 |
43755 |
100000 |
58500 |
162000 |
158500 |
262000 |
20 |
58340 |
100000 |
104000 |
288000 |
204000 |
388000 |
25 |
72925 |
100000 |
130000 |
360000 |
230000 |
460000 |
30 |
87510 |
100000 |
156000 |
432000 |
256000 |
532000 |
35 |
102095 |
100000 |
182000 |
504000 |
282000 |
604000 |
40 |
116680 |
100000 |
208000 |
576000 |
308000 |
676000 |
45 |
131265 |
100000 |
234000 |
648000 |
334000 |
748000 |
विवरण-2
तालिका क्रमांक-5
पालिसी लेते समय उम्र: 35 साल
बीमित रकम: 1,00,000/- रुपये
प्रीमियम भुगतान अवधि: 45 वर्ष
प्रीमियम भुगतान का तरीका: वार्षिक
वार्षिक प्रीमियम: 4444/- रुपये
वर्ष का अंत |
वर्ष के अंत तक भरी गयी कुल प्रीमियमें |
वर्ष के अंत में देय मृत्यु/ परिपक्वता लाभ |
जमानती |
परिवर्तनीय |
कुल |
स्थिति-1 |
स्थिति-2 |
स्थिति-1 |
स्थिति-2 |
1 |
4444 |
100000 |
3900 |
10800 |
103900 |
110800 |
2 |
8888 |
100000 |
7800 |
21600 |
107800 |
121600 |
3 |
13332 |
100000 |
11700 |
32400 |
111700 |
132400 |
4 |
17776 |
100000 |
15600 |
43200 |
115600 |
143200 |
5 |
22220 |
100000 |
19500 |
54000 |
119500 |
154000 |
6 |
26664 |
100000 |
23400 |
64800 |
123400 |
164800 |
7 |
31108 |
100000 |
27300 |
75600 |
127300 |
175600 |
8 |
35552 |
100000 |
31200 |
86400 |
131200 |
186400 |
9 |
39996 |
100000 |
35100 |
97200 |
135100 |
197200 |
10 |
44440 |
100000 |
39000 |
108000 |
139000 |
208000 |
15 |
66660 |
100000 |
58500 |
162000 |
158500 |
262000 |
20 |
66660 |
100000 |
104000 |
288000 |
204000 |
388000 |
25 |
66660 |
100000 |
130000 |
360000 |
230000 |
460000 |
30 |
66660 |
100000 |
156000 |
432000 |
256000 |
532000 |
35 |
66660 |
100000 |
182000 |
504000 |
282000 |
604000 |
40 |
66660 |
100000 |
208000 |
576000 |
308000 |
676000 |
45 |
66660 |
100000 |
234000 |
648000 |
334000 |
748000 |
विवरण-3
तालिका क्रमांक-8
पालिसी लेते समय उम्र: 35 साल
बीमित रकम: 1,00,000/- रुपये
प्रीमियम भुगतान अवधि: 1 वर्ष
वार्षिक प्रीमियम: 45,565/- रुपये
वर्ष का अंत |
वर्ष के अंत तक भरी गयी कुल प्रीमियमें |
वर्ष के अंत में देय मृत्यु/ परिपक्वता लाभ |
जमानती |
परिवर्तनीय |
कुल |
स्थिति-1 |
स्थिति-2 |
स्थिति-1 |
स्थिति-2 |
1 |
45565 |
100000 |
4300 |
18700 |
104300 |
118700 |
2 |
45565 |
100000 |
8600 |
37400 |
108600 |
137400 |
3 |
45565 |
100000 |
12900 |
56100 |
112900 |
156100 |
4 |
45565 |
100000 |
17200 |
74800 |
117200 |
174800 |
5 |
45565 |
100000 |
21500 |
93500 |
121500 |
193500 |
6 |
45565 |
100000 |
25800 |
112200 |
125800 |
212200 |
7 |
45565 |
100000 |
30100 |
130900 |
130100 |
230900 |
8 |
45565 |
100000 |
34400 |
149600 |
134400 |
249600 |
9 |
45565 |
100000 |
38700 |
168300 |
138700 |
268300 |
10 |
45565 |
100000 |
43000 |
187000 |
143000 |
287000 |
15 |
45565 |
100000 |
64500 |
280500 |
164500 |
380500 |
20 |
45565 |
100000 |
114500 |
498500 |
214500 |
598500 |
25 |
45565 |
100000 |
143000 |
623000 |
243000 |
723000 |
30 |
45565 |
100000 |
172000 |
748000 |
272000 |
848000 |
35 |
45565 |
100000 |
205000 |
872500 |
305000 |
972500 |
40 |
45565 |
100000 |
229000 |
997000 |
329000 |
1097000 |
45 |
45565 |
100000 |
258000 |
1122000 |
358000 |
1222000 |
टिप्पणीः
(१) उपर्युक्त विवरण( चिकित्सकीय जीवन शैली और व्यावसायिक दृष्टि से) मानक जीवन यापन करने वाले, ध्रुमपान न करने वाले स्त्रा्- पुरुषों पर लागू होते हैं. (२) उपयुक्त विवरण में .गैर जमानती लाभ (१) और (२) का आकलन इस तरह किया जाता है कि वे ामशह्न (स्थिति-१) और ( स्थिति -२) में ६ज्ञ् और १०%वार्षिक अनुमानित निवेश आय दर के आनुषांगिक होते हैं. दूसरे शब्दों में यह विवरण तैयार करते समय यह मान कर चला गया है कि एलआईसी पालिसी की अवधि भर ६% और १ज्ञ् वार्षिक की दर से लाभ कमायेगा. अनुमानित निवेश आय दर जमानती नहीं होती.
(३) इस विवरण का मुख्य उद्देश्य यह है कि ग्राहक किसी हद तक गुणात्मक रूप से उत्पाद की विशेषताओं और विभिन्न स्थितियों में लागों के प्रवाह को जान सकें.
(४) भावी बोनस भावी लाभ पर निर्भर होते हैं इसलिए जमानती नहीं होते. बहरहाल किसी भी वर्ष के दौरान एक बार घोषणा के बाद ये बोनस पालिसी से जुड़ जाते हैं और इस तरह जुड़े बोनस जमानती होते हैं.
(५) परिपक्वता लाभ ४५ साल के अंत में देय लाभ होता है.